जयपर में आयोजित अस्पताल और स्वास्थ्य प्रबंधन में अग्रणी भारतीय स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान संस्थान (IIHMR) के दीक्षांत समारोह में एमबीए हॉस्पिटल और हेल्थ मैनेजमेंट, एमबीए फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट, एमबीए रूरल मैनेजमेंट और मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ सहित
विभिन्न डिग्री पाठ्यक्रमों के छात्रों को सम्मानित किया गया।
इस 5वें दीक्षांत समारोह में एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर के प्रिंसिपल और कंट्रोलर सुधीर भंडारी ने कहा कि अगर छात्र अपने जीवन में उत्कृष्टता हासिल करना चाहते हैं तो उन्हें अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा दिए गए बलिदान को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके समाज को सबकुछ वापिस दें जिससे लोगों को आपके ऊपर गर्व हो।
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल) के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डॉयरेक्टर अतुल सोबती ने छात्रों कहा कि मैं चाहता हूं कि आपमें से हर कोई न केवल अपने क्षेत्र का अगुआ बने बल्कि दूरदर्शी भी बने। जीवन में एक सपना, एक लक्ष्य समाज में आपको रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में मदद करेगा। और इसके लिए कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।
सोबती ने जीवन में सफल होने के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी समझाया। उन्होंने कहा कि जीवन का पहला सबक यह है: अपने जुनून का पालन करें और उसके प्रति सच्चे मन से डटे रहें। दूसरा सबक है: आप जो करते हैं, उस पर गर्व करें। तीसरा सबक है: कारणों को समझें, लेकिन इसे छोड़े नहीं। चौथा, सबसे महत्वपूर्ण, और सफलता के लिए मेरा मंत्र निष्पादन पर ध्यान केंद्रित करना है। आपके लिए पांचवा और संभवत: सबसे उपयुक्त सबक है: अपने काम और जीवन को शुरू से संतुलित करें- दूसरों को स्वस्थ बनाने के लिए खुद स्वस्थ रहें।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर के प्रेसीडेंट डॉ पंकज गुप्ता नने कहा कि पिछले 35 वर्षों से हम सार्वजनिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य और अस्पताल प्रशासन, फार्मास्युटिकल प्रबंधन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक विशेष और अनूठे तरह के अनुसंधान और स्नातकोत्तर विश्वविद्यालय हैं। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ज्ञान सृजन, भंडारण, और स्वास्थ्य क्षेत्र में सूचना के प्रसार में उत्कृष्टता प्रदान करता है।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी देश का एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है जो सार्वजनिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य और अस्पताल प्रशासन, दवा प्रबंधन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में शिक्षण, अनुसंधान और प्रशिक्षण में लगा हुआ है। इसे भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 'इंस्टीट्यूट आफ एक्सीलेंस' का दर्जा भी प्राप्त है।
विभिन्न डिग्री पाठ्यक्रमों के छात्रों को सम्मानित किया गया।
इस 5वें दीक्षांत समारोह में एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर के प्रिंसिपल और कंट्रोलर सुधीर भंडारी ने कहा कि अगर छात्र अपने जीवन में उत्कृष्टता हासिल करना चाहते हैं तो उन्हें अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा दिए गए बलिदान को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके समाज को सबकुछ वापिस दें जिससे लोगों को आपके ऊपर गर्व हो।
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल) के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डॉयरेक्टर अतुल सोबती ने छात्रों कहा कि मैं चाहता हूं कि आपमें से हर कोई न केवल अपने क्षेत्र का अगुआ बने बल्कि दूरदर्शी भी बने। जीवन में एक सपना, एक लक्ष्य समाज में आपको रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में मदद करेगा। और इसके लिए कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।
IIHMR Convocation |
सोबती ने जीवन में सफल होने के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी समझाया। उन्होंने कहा कि जीवन का पहला सबक यह है: अपने जुनून का पालन करें और उसके प्रति सच्चे मन से डटे रहें। दूसरा सबक है: आप जो करते हैं, उस पर गर्व करें। तीसरा सबक है: कारणों को समझें, लेकिन इसे छोड़े नहीं। चौथा, सबसे महत्वपूर्ण, और सफलता के लिए मेरा मंत्र निष्पादन पर ध्यान केंद्रित करना है। आपके लिए पांचवा और संभवत: सबसे उपयुक्त सबक है: अपने काम और जीवन को शुरू से संतुलित करें- दूसरों को स्वस्थ बनाने के लिए खुद स्वस्थ रहें।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर के प्रेसीडेंट डॉ पंकज गुप्ता नने कहा कि पिछले 35 वर्षों से हम सार्वजनिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य और अस्पताल प्रशासन, फार्मास्युटिकल प्रबंधन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक विशेष और अनूठे तरह के अनुसंधान और स्नातकोत्तर विश्वविद्यालय हैं। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ज्ञान सृजन, भंडारण, और स्वास्थ्य क्षेत्र में सूचना के प्रसार में उत्कृष्टता प्रदान करता है।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी देश का एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है जो सार्वजनिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य और अस्पताल प्रशासन, दवा प्रबंधन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में शिक्षण, अनुसंधान और प्रशिक्षण में लगा हुआ है। इसे भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 'इंस्टीट्यूट आफ एक्सीलेंस' का दर्जा भी प्राप्त है।
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